Sambhal Violence: Rahul Gandhi के साथ यूपी पुलिस ने कर दिया कारनामा, आधे रास्ते से वापस आया काफिला

Sambhal Violence: Rahul Gandhi के साथ यूपी पुलिस ने कर दिया कारनामा, आधे रास्ते से वापस आया काफिला
Sambhal Violence: Rahul Gandhi के साथ यूपी पुलिस ने कर दिया कारनामा, आधे रास्ते से वापस आया काफिला

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को बुधवार को हिंसा प्रभावित संभल जिले का दौरा करने के दौरान पुलिस द्वारा कई बाधाओं का सामना करना पड़ा। गाजीपुर सीमा पर दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच गतिरोध पैदा हो गया, जब पुलिस ने कांग्रेस के काफिले को रोकने के लिए राजमार्ग पर बैरिकेड्स लगा दिए। इस कारण रास्ते पर भारी यातायात जाम लग गया और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। कांग्रेस के पांच सांसदों के साथ राहुल और प्रियंका गांधी सुबह करीब 10:15 बजे दिल्ली से रवाना हुए थे, लेकिन पुलिस की नाकेबंदी के कारण उनका यात्रा कार्यक्रम विफल हो गया।

यात्रा में रुकावटें

राहुल और प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद संभल जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां जाने की अनुमति नहीं दी। पुलिस ने दिल्ली से संभल जाने वाले मार्ग पर बैरिकेड्स लगाकर काफिले को रोक दिया। इसके बाद, कांग्रेस के सैकड़ों समर्थकों ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, जिससे और भी अराजकता फैल गई।

कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया

कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ट्विटर पर यूपी सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “हम शांति और सांप्रदायिक सद्भाव के लिए पीड़ितों के परिवारों से मिलने के लिए दृढ़ हैं। यूपी सरकार को हमारे प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने की अनुमति देनी चाहिए।”

संभल में लगाए गए प्रतिबंध

संभल जिले में हाल ही में शाही जामा मस्जिद सर्वेक्षण से जुड़ी हिंसा के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जिला प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के जिले में प्रवेश पर रोक लगा दी है। साथ ही, पुलिस ने दिल्ली-संभल मार्ग पर वाहनों की जांच शुरू कर दी थी, जिससे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर भी यातायात बाधित हो गया।

कांग्रेस नेताओं ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पुलिस की कार्रवाई की कड़ी आलोचना की। जयराम रमेश ने इसे “तानाशाही” बताते हुए कहा, “हम शांतिपूर्वक संभल जा रहे थे, लेकिन हमें रोका जा रहा है। हमें वहां जाने का अधिकार है।” वहीं, यूपी कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने इसे “पुलिस द्वारा लोकतंत्र की हत्या” बताया।

पुलिस की चेतावनी

संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने चेतावनी दी कि जिले में प्रवेश करने के किसी भी प्रयास के परिणामस्वरूप नोटिस जारी किए जाएंगे। पुलिस ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 लागू की है, जिसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक है।

Digikhabar Editorial Team
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