अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में 9 महीने से अधिक समय बिताने के बाद सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट आए। उनका वापसी सफर स्पेसएक्स के ड्रैगन फ्रीडम कैप्सूल में हुआ, जो फ्लोरिडा के तलहासी के पास समुद्र में सफलतापूर्वक स्प्लैशडाउन हुआ।
उनके साथ नासा और स्पेसएक्स के बचाव मिशन के तहत भेजे गए अंतरिक्ष यात्री निक हेग और अलेक्जेंडर ग्रेब्योन्किन भी लौटे। यह मिशन पिछले साल दिसंबर में ISS की ओर रवाना हुआ था।
“प्रॉमिस मेड, प्रॉमिस कीप्ट” – व्हाइट हाउस व्हाइट हाउस ने इस सफल मिशन को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अंतरिक्ष नीति का परिणाम बताया और इसे ‘प्रॉमिस मेड, प्रॉमिस कीप्ट’ का प्रतीक करार दिया। मिशन कंट्रोल, कैलिफोर्निया ने भी अंतरिक्ष यात्रियों का लाइव प्रसारण के माध्यम से स्वागत किया।
बोइंग स्टारलाइनर में आई तकनीकी समस्या विलियम्स और विलमोर पिछले साल जून में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल में एक निर्धारित आठ दिवसीय मिशन पर ISS गए थे। लेकिन स्टारलाइनर के प्रणोदन प्रणाली में आई तकनीकी खराबी के कारण वे वहां फंस गए। कैप्सूल को सितंबर में खाली लौटा लिया गया, जबकि विलियम्स और विलमोर को ISS में ही रुकना पड़ा।
17 घंटे का वापसी सफर और 121 मिलियन मील की यात्रा लौटने के बाद, 17 घंटे लंबे सफर के बाद, दोनों अंतरिक्ष यात्री स्वस्थ और खुश नजर आए। स्पेसएक्स के चार्ड कैप्सूल से बाहर निकलने के बाद वे मेडिकल जांच के लिए स्ट्रेचर पर ले जाए गए।
अपनी विस्तारित अंतरिक्ष यात्रा के दौरान, विलियम्स और विलमोर ने 4,576 बार पृथ्वी की परिक्रमा की और 121 मिलियन मील की दूरी तय की। इस मिशन ने सुनीता विलियम्स को कुल 608 दिन अंतरिक्ष में बिताने का गौरव दिलाया, जिससे वह अमेरिका की दूसरी सबसे अनुभवी अंतरिक्ष यात्री बन गईं। पहले स्थान पर पैगी व्हिटसन हैं, जिन्होंने 675 दिन अंतरिक्ष में बिताए हैं।
45-दिवसीय पुनर्वास कार्यक्रम अब, सुनीता विलियम्स और उनके साथियों को नासा के 45-दिवसीय पुनर्वास कार्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा, जिसमें उन्हें पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के अनुकूल होने में मदद मिलेगी और वे शारीरिक रूप से खुद को पूरी तरह स्वस्थ कर पाएंगे।
यह मिशन न केवल अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि भविष्य में अंतरिक्ष अभियानों के लिए भी प्रेरणा बना रहेगा।