
नई दिल्ली: टाइप-8 श्रेणी का बंगला सरकारी आवासों में सबसे उच्च श्रेणी का माना जाता है। यह बंगला खास तौर पर उन वरिष्ठ अधिकारियों, राजनेताओं और न्यायाधीशों को आवंटित किया जाता है जिन्होंने देश सेवा में अहम भूमिका निभाई हो। खास बात यह है कि टाइप-8 बंगले न केवल बड़े और आलीशान होते हैं, बल्कि इनमें अत्याधुनिक सुरक्षा और जीवन यापन की सभी सुविधाएं मौजूद होती हैं।
टाइप-8 बंगला क्या होता है?
टाइप-8 बंगला एक बड़ा और भव्य सरकारी आवास होता है, जिसका क्षेत्रफल लगभग 8,000 से 8,500 वर्ग फुट तक होता है। इसमें लगभग 8 कमरे होते हैं जिनमें 5 से 6 बेडरूम, लिविंग रूम, डाइनिंग एरिया और स्टडी रूम शामिल हैं। इसके अलावा, इसमें एक बड़ा गैराज और विशाल लॉन होता है जो मेहमानों और स्टाफ के लिए अलग रहने की व्यवस्था भी प्रदान करता है। बंगले की वास्तुकला ब्रिटिश कालीन शिल्प शैली की याद दिलाती है और बगीचों से घिरे रहने का अनुभव देती है।
टाइप-8 बंगले की सुविधाएं
- 24 घंटे सुरक्षा गार्ड और सीसीटीवी कैमरों के साथ आधुनिक सुरक्षा व्यवस्था।
- एक कंट्रोल रूम जो सुरक्षा निगरानी के लिए लगाया जाता है।
- सुंदर बगीचे और पेड़-पौधों से सजा हुआ विशाल लॉन।
- बड़े और आरामदायक कमरे, जिसमें विभिन्न प्रकार के लिविंग और स्टडी रूम शामिल हैं।
- बंगले का डिज़ाइन ऐसा होता है कि इसमें प्राइवेट और स्टाफ के रहने की पूरी व्यवस्था हो।
टाइप-8 बंगला किसे मिलता है?
यह बंगला आम जनता को नहीं, बल्कि देश के शीर्ष स्तर के पदाधिकारी, जैसे पूर्व राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, केंद्रीय मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के जज आदि को आवंटित किया जाता है। उदाहरण के लिए पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू को त्यागराज मार्ग पर टाइप-8 बंगला आवंटित किया गया था। इसी प्रकार, कई वरिष्ठ मंत्रियों और नेताओं को लुटियंस दिल्ली के प्रमुख इलाकों में यह आवास दिया जाता है।
आवंटन प्रक्रिया क्या होती है?
टाइप-8 बंगले का आवंटन केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सामान्य पूल आवास नियम, 1963 के तहत किया जाता है। इसमें आवंटन वरिष्ठता, पद, और वेतन के आधार पर होता है। लोकसभा और राज्यसभा की हाउसिंग कमेटी इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाती हैं ताकि बंगलों का उचित और निष्पक्ष वितरण हो सके।
लुटियंस दिल्ली में टाइप-8 बंगलों का महत्व
लुटियंस दिल्ली, जो दिल्ली का सबसे वीआईपी और पॉश इलाका माना जाता है, टाइप-8 बंगलों का प्रमुख आवासीय क्षेत्र है। यहां संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी भवनों के नजदीक ये बंगले स्थित हैं, जो इनकी राजनीतिक और प्रशासनिक अहमियत को दर्शाता है। इस प्रकार टाइप-8 बंगला न केवल एक आवासीय सुविधा है बल्कि देश के महत्वपूर्ण अधिकारियों के लिए एक प्रतिष्ठा और सम्मान का प्रतीक भी माना जाता है।