Uttar Pradesh Foundation Day 2025: राज्य ने दिए भारत को नौ प्रधानमंत्री और जानिए इसका पुराना नाम

Uttar Pradesh Foundation Day 2025: राज्य ने दिए भारत को नौ प्रधानमंत्री और जानिए इसका पुराना नाम
Uttar Pradesh Foundation Day 2025: राज्य ने दिए भारत को नौ प्रधानमंत्री और जानिए इसका पुराना नाम

लखनऊ: उत्तर प्रदेश हर साल 24 जनवरी को अपने स्थापना दिवस को गर्व और उत्साह के साथ मनाता है। इस वर्ष राज्य अपनी स्थापना की 76वीं वर्षगांठ मना रहा है। लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में 24 जनवरी से 26 जनवरी तक विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक यात्रा, सांस्कृतिक विरासत और देश के विकास में इसके योगदान को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक सफर

उत्तर प्रदेश की स्थापना 24 जनवरी 1950 को हुई थी, लेकिन इसकी जड़ें 1902 तक जाती हैं, जब इसे ब्रिटिश शासन के दौरान “यूनाइटेड प्रोविन्स ऑफ आगरा एंड अवध” के नाम से जाना जाता था। आजादी के बाद, 1947 में इसे एक प्रशासनिक इकाई के रूप में मान्यता मिली और 24 जनवरी 1950 को इसे उत्तर प्रदेश का नाम दिया गया।

उत्तर प्रदेश दिवस का पहला आयोजन 1989 में हुआ था, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया। 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसे पुनर्जीवित किया और अब हर साल इसे बड़े उत्सव के रूप में मनाया जाता है।

नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का योगदान

उत्तर प्रदेश ने भारत को नौ प्रधानमंत्री दिए हैं, जिनमें पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, विश्वनाथ प्रताप सिंह, चंद्रशेखर, अटल बिहारी वाजपेयी (लखनऊ से सांसद) और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (वाराणसी से सांसद) शामिल हैं।

इसके अलावा, उत्तर प्रदेश ने भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी और 1995 में राज्य की पहली दलित महिला मुख्यमंत्री मायावती को भी जन्म दिया।

उत्तराखंड का गठन

उत्तर प्रदेश, जो कभी भारत का सबसे बड़ा राज्य था, का विभाजन 2000 में हुआ। इसके पर्वतीय क्षेत्रों को अलग कर एक नए राज्य उत्तराखंड का गठन किया गया, जिसे पहले उत्तरांचल कहा जाता था। हालांकि, उत्तर प्रदेश अब भी भारत का सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य है और इसकी राजनीतिक शक्ति लोकसभा की 80 सीटों, विधानसभा की 403 सीटों और राज्यसभा की 31 सीटों से स्पष्ट होती है।

आर्थिक ताकत का केंद्र

उत्तर प्रदेश न केवल कृषि में अग्रणी है बल्कि यह औद्योगिक और निवेश गतिविधियों का भी केंद्र है। गंगा, यमुना और घाघरा जैसी नदियों से समृद्ध इस राज्य में उर्वर भूमि है, जो इसे कृषि क्षेत्र में अग्रणी बनाती है। राज्य में अनेक बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने निवेश किया है, जिससे यह देश की आर्थिक प्रगति में अहम योगदान दे रहा है।

समारोह और गौरव

उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस राज्य के गौरवशाली इतिहास और भविष्य की संभावनाओं को उत्सव के रूप में मनाने का अवसर है। इस वर्ष के कार्यक्रमों में सांस्कृतिक प्रदर्शन, विकास योजनाओं की झलक और राज्य की उपलब्धियों का प्रदर्शन किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश आज न केवल अपनी विरासत और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि देश के नेतृत्व, आर्थिक शक्ति और लोकतांत्रिक योगदान में भी अग्रणी है।

Digikhabar Editorial Team
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