भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) 11 दिसंबर को अपने 26वें गवर्नर का स्वागत करेगा। संजय मल्होत्रा आधिकारिक रूप से इस दिन गवर्नर का पद संभालेंगे। यह नियुक्ति शक्तिकांत दास के छह साल के कार्यकाल के समापन का प्रतीक है, जिनके नेतृत्व में आरबीआई ने कई अहम आर्थिक चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया।
शक्तिकांत दास ने मुद्रास्फीति की चिंताओं के बीच लगभग दो वर्षों तक ब्याज दरों को स्थिर बनाए रखा और भारत की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाई। अब, मल्होत्रा के नेतृत्व में आरबीआई को एक नए दौर में प्रवेश करना है, खासकर जब भारत की आर्थिक वृद्धि इस साल की जुलाई-सितंबर तिमाही में घटकर 5.4% पर आ गई है। इसके साथ ही, ब्याज दरों में कटौती की मांग भी बढ़ रही है, और मल्होत्रा के नेतृत्व में आरबीआई को इस चुनौती का समाधान करना होगा।
संजय मल्होत्रा के बारे में 5 अहम बातें:
आईएएस अधिकारी हैं संजय मल्होत्रा: संजय मल्होत्रा राजस्थान कैडर के 1990 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी हैं।
शैक्षिक पृष्ठभूमि: उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), कानपुर से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। इसके बाद, उन्होंने अमेरिका के प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर डिग्री भी प्राप्त की है।
व्यापक अनुभव: मल्होत्रा के पास 33 वर्षों से अधिक का अनुभव है, जिसमें उन्होंने वित्त, बिजली, सूचना प्रौद्योगिकी और कराधान जैसे क्षेत्रों में काम किया है। वे राज्य और केंद्र सरकार दोनों स्तरों पर महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।
वित्त मंत्रालय में प्रमुख भूमिका: उन्होंने वित्त मंत्रालय में सचिव (राजस्व) के रूप में काम किया और वित्तीय सेवा विभाग में सचिव के रूप में भी अपनी भूमिका निभाई। इसके अलावा, वे ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक भी रहे हैं।
कराधान में विशेषज्ञता: मल्होत्रा को वित्त और कराधान के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है। उन्होंने भारत की कर नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और हाल ही में कर अधिकारियों से राजस्व संग्रह के दौरान अर्थव्यवस्था के व्यापक हितों को ध्यान में रखने का आग्रह किया।
संजय मल्होत्रा की मजबूत शैक्षिक पृष्ठभूमि और प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे आरबीआई की मौद्रिक नीतियों में संतुलन बनाए रखते हुए, भारत की आर्थिक चुनौतियों का समाधान करेंगे और स्थिरता एवं विकास को सुनिश्चित करेंगे।
शक्तिकांत दास का आभार और विदाई:
अपने कार्यकाल के अंतिम दिन, निवर्तमान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और आरबीआई टीम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने टीम आरबीआई को वैश्विक आर्थिक चुनौतियों का सामना करने में उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें निरंतर सफलता की शुभकामनाएं दीं। दास ने यह भी पुष्टि की कि वे आधिकारिक रूप से गवर्नर पद से हट जाएंगे और सभी का समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया।
इस प्रकार, आरबीआई में एक नई शुरुआत की ओर बढ़ते हुए, संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में केंद्रीय बैंक को नए आर्थिक परिवेश में सफलता की ओर अग्रसर होने की उम्मीद है।