बिग बॉस ओटीटी 3
‘बिग बॉस ओटीटी 3’ के एक एपिसोड में काफी कुछ नया और हैरान करने वाला देखने को मिला। नॉमिनेशन के बाद कंटेस्टेंट्स के बीच काफी उथल-पुथल देखने को मिली, जिसकी वजह से आज शो में काफी ड्रामा देखने को मिला। मुनीषा खटवानी के नॉमिनेट होने के बाद कुछ लोग इमोशनल होते नजर आए, वहीं सना मकबूल नैजी को नॉमिनेट करने के बाद रो पड़ीं। नॉमिनेशन से इतर आज के एपिसोड में सबका ध्यान वड़ा पाव गर्ल चंद्रिका दीक्षित पर रहा। उन्होंने घर के अंदर अपनी निजी जिंदगी को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया। उन्होंने कहा कि जब वह महज छह महीने की थीं, तब उनकी मां का देहांत हो गया था।
चंद्रिका दीक्षित ने मां के देहांत को लेकर किया खुलासा
‘बिग बॉस ओटीटी 3‘ में आज जबरदस्त धमाका हुआ है, जिसे देखने के बाद सभी की आंखें नम हो गईं। वड़ा पाव गर्ल ने अपने दर्दनाक बचपन के बारे में खुलासा किया है कि जब वह 6 महीने की थीं, तब उनकी मां का देहांत हो गया था और उसके बाद उनके पिता ने कई शादियां कीं। रणवीर शौरी और मुनीषा खटवानी से बात करते हुए चंद्रिका दीक्षित ने बताया कि जन्म के समय उन्होंने अपने पिता और मां का चेहरा नहीं देखा था। उनके यह बताते ही सभी कंटेस्टेंट चौंक जाते हैं।
चंद्रिका दीक्षित के पिता ने दो नहीं बल्कि कई बार शादी की थी
इंटरनेट सनसनी ने अपनी मां की मौत के बारे में खुलकर बात की और कहा, ‘मैं 6 महीने की थी जब मेरी मां चली गईं, फिर मेरे पिता को शराब की लत लग गई।‘ इस बीच रणवीर ने वड़ा पाव गर्ल से पूछा कि ऐसी स्थिति में उनका ख्याल कौन रखता है। चंद्रिका ने बताया कि उनके पिता उन्हें रिश्तेदारों के घर छोड़ देते थे। इसी बातचीत में दीक्षित ने बताया कि उनके पिता ने कई बार शादी की और उनके साथ उनके रिश्ते अच्छे नहीं थे। उन्हें कभी पिता का प्यार नहीं मिला। वह आगे बताती हैं कि उनके पिता ने 4-5 बार शादी की है। चंद्रिका का जवाब सुनकर रणवीर चौंक जाते हैं और ताना मारते हुए कहते हैं, ‘भाई, तुम्हारे पिता को मानना पड़ेगा।’
चंद्रिका दीक्षित अपने पिता से नफरत करती हैं
‘बिग बॉस ओटीटी 3’ में वड़ा पाव गर्ल ने यह भी खुलासा किया है कि वह अपने पिता से नफरत करती हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे नफरत करती हूं। जब मुझे उनकी जरूरत थी, तब वह मेरे साथ नहीं थे। जब मैं 8-9 साल की थी, तब मुझे मेरी नानी ने गोद ले लिया था।’ पूरी बातचीत को खत्म करते हुए चंद्रिका ने कहा कि उनके रिश्तेदारों के घर पर उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता था और उन्हें खाने के लिए बचा हुआ खाना दिया जाता था।