नई दिल्ली: पॉपुलर यूट्यूबर और पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया, जिन्हें बीयरबाइसेप्स के नाम से जाना जाता है, उन्होंने असम पुलिस द्वारा उनके खिलाफ दर्ज FIR को रद्द करने और सभी केसों को क्लब करने की मांग करते हुए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
हालांकि, मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना ने इस मामले की तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया और कहा कि इसे निर्धारित प्रक्रिया के तहत ही लिया जाएगा।
समय रैना के शो को लेकर विवाद
अल्लाहबादिया और अन्य कंटेंट क्रिएटर्स के खिलाफ असम और मुंबई पुलिस ने FIR दर्ज की है। यह मामला कॉमेडियन समय रैना के शो “इंडियाज गॉट लेटेंट” में किए गए आपत्तिजनक और अश्लील टिप्पणियों से जुड़ा है।
गुवाहाटी पुलिस ने 10 फरवरी को रणवीर अल्लाहबादिया, आशीष चंचलानी, अपूर्व मुखीजा (The Rebel Kid), जसप्रीत सिंह और समय रैना के खिलाफ भद्रता और अश्लीलता फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया था।
असम पुलिस ने मुंबई में की जांच
असम पुलिस की टीम ने मुंबई पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। इस दौरान अल्लाहबादिया के मैनेजर सहित कम से कम 7 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं।
गुरुवार को असम पुलिस ने रणवीर अल्लाहबादिया और आशीष चंचलानी को समन भेजा था, जबकि अन्य पैनलिस्ट्स समय रैना, अपूर्व मुखीजा और जसप्रीत सिंह को भी जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।
किस विवादित बयान पर मचा बवाल?
समय रैना के शो के एक एपिसोड में रणवीर अल्लाहबादिया ने एक प्रतिभागी से अश्लील और आपत्तिजनक सवाल पूछा था:
“क्या आप अपनी पूरी ज़िंदगी हर रोज़ अपने माता-पिता को सेक्स करते हुए देखना पसंद करेंगे या एक बार खुद उसमें शामिल होकर इसे हमेशा के लिए रोकना?”
इस बयान पर सोशल मीडिया पर भारी विरोध हुआ, जिसके बाद समय रैना ने अपने यूट्यूब चैनल से सभी एपिसोड डिलीट कर दिए।
समय रैना का बयान
समय रैना ने सोशल मीडिया पर लिखा कि “मौजूदा हालात मेरे लिए बहुत ज्यादा हो गए हैं”, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करेंगे।
किन धाराओं में हुआ मामला दर्ज?
गुवाहाटी निवासी आलोक बरुआ की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया। गुवाहाटी क्राइम ब्रांच ने इस केस में भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023, आईटी एक्ट 2000, सिनेमेटोग्राफ एक्ट 1952 और महिलाओं के अभद्र प्रतिनिधित्व (निषेध) अधिनियम 1986 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
अब क्या होगा?
सुप्रीम कोर्ट में रणवीर अल्लाहबादिया की याचिका पर सुनवाई तय प्रक्रिया के अनुसार होगी। दूसरी ओर, असम पुलिस और मुंबई पुलिस अपनी जांच आगे बढ़ा रही हैं। अब देखना होगा कि इस विवाद का अगला मोड़ क्या होगा।