भारत की क्रिकेट टीम को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में 1-3 की हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेने का निर्देश दिया। इस फैसले के तहत भारत के कई दिग्गज खिलाड़ी अपनी-अपनी रणजी ट्रॉफी टीमों से जुड़ गए हैं। हालांकि, उनके लिए घरेलू क्रिकेट का यह पहला दिन काफी चुनौतीपूर्ण साबित हुआ।
रोहित शर्मा की रणजी में वापसी
भारत के वनडे और टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा ने लगभग एक दशक बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी की। लेकिन जम्मू-कश्मीर के खिलाफ अपने पहले मैच में वे सिर्फ तीन रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें पुलवामा के तेज गेंदबाज उमर नज़ीर मीर ने शॉर्ट कवर पर कैच आउट कराया।
इस मैच में युवा मुंबई ओपनर यशस्वी जायसवाल, जो ऑस्ट्रेलिया में शानदार फॉर्म में थे, केवल चार रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें बॉलर औक़िब नबी डार ने पवेलियन भेजा।
ऋषभ पंत का संघर्ष
दिल्ली की टीम के स्टार बल्लेबाज और भारत के रेड बॉल क्रिकेट के मजबूत स्तंभ ऋषभ पंत भी सौराष्ट्र के खिलाफ अपने पहले मैच में सिर्फ एक रन बना सके। ग्रुप डी में अपनी स्थिति सुधारने के लिए दोनों टीमों को जीत की सख्त जरूरत है, जिससे मैच का माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
श्रेयस अय्यर भी लड़खड़ाए
मुंबई के प्रमुख बल्लेबाज श्रेयस अय्यर भी उमर नज़ीर मीर का शिकार बने। वे 11 रन बनाकर आउट हो गए। उमर नज़ीर ने इस मुकाबले में शानदार गेंदबाजी करते हुए एक ही सत्र में चार अहम विकेट लिए, जिससे गत चैंपियन मुंबई की टीम दबाव में आ गई।
BCCI की रणनीति और खिलाड़ियों की चुनौती
BCCI का यह फैसला घरेलू क्रिकेट को मजबूत करने और राष्ट्रीय खिलाड़ियों के खेल को धार देने की योजना का हिस्सा है। खिलाड़ियों की रणजी ट्रॉफी में वापसी न केवल उन्हें कठिन परिस्थितियों में खेल का अभ्यास करने का मौका देती है, बल्कि घरेलू प्रतियोगिताओं की गुणवत्ता भी बढ़ाती है।
आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए यह घरेलू क्रिकेट का अनुभव खिलाड़ियों के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। हालांकि, पहले दिन के प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया है कि खिलाड़ियों को अपनी फॉर्म और लय में वापसी के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
नजरें आगे के मुकाबलों पर
फैंस को उम्मीद है कि भारत के ये दिग्गज खिलाड़ी आने वाले रणजी मैचों में अपने अनुभव और कौशल का प्रदर्शन कर बेहतर प्रदर्शन करेंगे। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत फॉर्म के लिए बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण होगा।