
शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने दिशा सलियन के मामले में लगाए गए आरोपों को गुरुवार को नकारते हुए कहा कि पिछले पांच वर्षों से उनके खिलाफ छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। ठाकरे का यह बयान दिशा के पिता, सतीश सलियन द्वारा बॉम्बे हाई कोर्ट में दाखिल की गई याचिका के बाद आया, जिसमें दिशा की जून 2020 में हुई मौत की फिर से जांच करने की मांग की गई है।
सतीश सलियन की याचिका में आदित्य ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और जांच को सीबीआई को सौंपने की मांग की गई है। याचिका में यह आरोप लगाया गया है कि दिशा का बलात्कार कर हत्या की गई थी और इस मामले में प्रभावशाली लोगों को बचाने के लिए राजनीतिक साजिश की गई थी।
आदित्य ठाकरे ने मुंबई में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “पिछले पांच सालों से मेरी छवि को खराब करने की कोशिश की जा रही है। हम अदालत में अपना पक्ष रखेंगे और आरोपों का जवाब अदालत में देंगे।”
बता दें कि दिशा सलियन, जो अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर थीं, 8 जून 2020 को मुंबई के मलाड स्थित एक आवासीय इमारत की 14वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई थीं। मुंबई पुलिस ने इसे एक आकस्मिक मृत्यु (ADR) के तौर पर दर्ज किया था। इसके छह दिन बाद, सुशांत सिंह राजपूत ने भी अपनी बांद्रा स्थित अपार्टमेंट में कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी।
इस बीच, बीजेपी मंत्री नितेश राणे ने आदित्य ठाकरे पर हमलावर होते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। “हमने इस मामले को विधानसभा में उठाया है,” राणे ने कहा, साथ ही ठाकरे से विधायक पद से इस्तीफा देने की भी मांग की।
वहीं, शिवसेना (UBT) के नेता और विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबदास दानवे ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन आरोपों को राजनीतिक कारणों से उछाला जा रहा है। “बीजेपी-शासित सरकार को इस मामले की जांच करने की पूरी स्वतंत्रता है,” दानवे ने कहा।