
नई दिल्ली/जम्मू-कश्मीर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जम्मू और कश्मीर का दौरा करेंगे और बहुप्रतीक्षित उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लाइन (USBRL) परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इस ऐतिहासिक मौके पर दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज — चिनाब रेलवे ब्रिज — का भी लोकार्पण किया जाएगा। उद्घाटन समारोह सुबह 11 बजे आयोजित होगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखा सकते हैं।
क्या है चिनाब ब्रिज?
चिनाब नदी पर 359 मीटर की ऊंचाई पर बना यह पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। यह पुल एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊंचा है और दिल्ली के कुतुब मीनार से लगभग पांच गुना अधिक ऊंचा है। यह पुल कटरा से श्रीनगर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस की यात्रा को लगभग 3 घंटे में पूरा कर देगा, जो वर्तमान यात्रा समय को 2 से 3 घंटे तक कम कर देगा।
यह पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना का हिस्सा है और यह सलाल डैम के पास चिनाब नदी पर फैला है। इसकी कुल लंबाई 1,315 मीटर है और इसे अत्यधिक भूकंपीय गतिविधियों और तेज हवाओं को सहन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
कैसे बनी यह इंजीनियरिंग की अद्भुत कृति?
इस अभूतपूर्व पुल को बनाने में कई भारतीय कंपनियों और संस्थानों ने मिलकर योगदान दिया। डिज़ाइन और निर्माण का कार्य VSL इंडिया और Afcons Infrastructure को सौंपा गया, जबकि इसकी संरचना में द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर ने फाउंडेशन प्रोटेक्शन डिज़ाइन किया। आईआईटी दिल्ली ने ढलान स्थिरता (Slope Stability) का विश्लेषण किया।
इस पुल को ब्लास्ट-प्रूफ बनाने में DRDO (Defence Research and Development Organisation) ने भी सहयोग किया। फिनलैंड की WSP Group ने वायाडक्ट और फाउंडेशन का डिज़ाइन तैयार किया, वहीं जर्मनी की Leonhardt Andra कंपनी ने इसके आर्च को डिज़ाइन किया।
अंजी पुल का भी होगा उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी चिनाब ब्रिज के साथ-साथ अंजी पुल का भी उद्घाटन करेंगे, जो भारत का पहला केबल-स्टे रेल पुल है। यह पुल भी जम्मू-कश्मीर के कठिन भूगोल में कनेक्टिविटी बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,
“कल, 6 जून मेरे जम्मू-कश्मीर के भाइयों और बहनों के लिए एक विशेष दिन है। ₹46,000 करोड़ की अहम इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, जो लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगी। चिनाब रेलवे ब्रिज न केवल वास्तुकला की अद्भुत मिसाल है, बल्कि यह जम्मू और श्रीनगर के बीच संपर्क को भी बेहतर बनाएगा। अंजी पुल, भारत का पहला केबल-स्टे रेल पुल है, जो चुनौतीपूर्ण इलाके में बना है।” यह परियोजना न केवल इंजीनियरिंग की दृष्टि से भारत की एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि जम्मू और कश्मीर के सामाजिक और आर्थिक विकास की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम भी है। चिनाब और अंजी पुलों के जरिए अब कश्मीर घाटी सीधे भारत की रेल प्रणाली से जुड़ जाएगी, जिससे पर्यटन, व्यापार और लोगों की आवाजाही को नया आयाम मिलेगा।