राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक (NEET UG-2024) समेत प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं का जिक्र किया और वादा किया कि उनकी सरकार आरोपों की निष्पक्ष जांच करेगी। उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्र लीक करने वालों को कड़ी सजा मिलेगी।
उन्होंने कहा “मेरी सरकार निष्पक्ष जांच कराने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि हाल ही में कुछ परीक्षाओं के पेपर लीक के दोषियों को कड़ी सजा मिले। हमने पहले भी कई राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं देखी हैं, दलीय राजनीति से ऊपर उठकर देश भर में सख्त कदम उठाने की जरूरत है। संसद ने परीक्षाओं में विसंगतियों के खिलाफ एक सख्त कानून भी बनाया है।” उन्होंने कहा कि सभी सरकारी भर्ती अभियानों और परीक्षाओं में शुचिता और पारदर्शिता बहुत ज़रूरी है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने 1975 में आपातकाल लागू किए जाने के विवादास्पद विषय पर भी बात की और कहा कि दो साल की अवधि संविधान पर सीधे हमले का “सबसे बड़ा” और “सबसे काला” अध्याय था। अपने संबोधन से कुछ समय पहले, राष्ट्रपति का संसद भवन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वागत किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी सरकार देश के युवाओं को बड़े सपने देखने और उन्हें हासिल करने में सक्षम बनाने के लिए माहौल बनाने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, “अगर किसी कारण से परीक्षाओं में बाधा आती है तो यह उचित नहीं है। सरकारी भर्तियों और परीक्षाओं में शुचिता और पारदर्शिता बहुत ज़रूरी है।” राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के सभी सदस्यों को सलाह दी कि वे सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए संसदीय कार्यवाही को बाधित न करें।
उन्होंने कहा, “नीतियों का विरोध करना संसद की कार्यवाही को बाधित करने से अलग है। सभी सदस्यों के लिए लोगों का हित सर्वोपरि होना चाहिए।” उन्होंने घोषणा की कि सरकार आगामी बजट के दौरान कई बड़ी घोषणाएं करेगी। उन्होंने कहा, “बजट में बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसले होंगे और कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे। लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सुधारों की गति बढ़ाई जाएगी।” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का मानना है कि निवेश के लिए राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। “यह प्रतिस्पर्धी-सहकारी संघवाद की भावना के अनुरूप है।”
आगे कहा कि, “भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। पिछले 10 वर्षों में औसतन 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, भले ही ये सामान्य समय नहीं था।”
उन्होंने कहा, “यह विकास दर वैश्विक महामारी और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में संघर्षों के बावजूद हासिल की गई है। यह पिछले 10 वर्षों के सुधारों का परिणाम है। भारत अकेले वैश्विक विकास में 15 प्रतिशत का योगदान दे रहा है। मेरी सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए काम कर रही है।”
आगामी बजट में कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे: राष्ट्रपति मुर्मू
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी बजट में कई ऐतिहासिक कदम और बड़े आर्थिक फैसले लिए जाएंगे। 18वीं लोकसभा के गठन के बाद संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि अगले संसद सत्र में सरकार द्वारा पेश किया जाने वाला बजट उसके भविष्य के दृष्टिकोण का दस्तावेज होगा।
उन्होंने कहा, “बजट में बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसले होंगे और कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे। लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सुधारों की गति बढ़ाई जाएगी।” उनकी सरकार का मानना है कि निवेश के लिए राज्यों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए।