कोलकाता में प्रशिक्षु डॉक्टर से बलात्कार और हत्या मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने लेफ्ट नेता मीनाक्षी मुखर्जी को तलब किया है। उन्हें सुबह 11 बजे जांच दल के समक्ष पेश होने को कहा गया है।
जिस दिन डॉक्टर की हत्या हुई, उस दिन मीनाक्षी मुखर्जी ने पीड़िता के माता-पिता से मुलाकात की थी। उनकी पार्टी डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कई बार दावा किया है कि लेफ्ट नेता के प्रयासों के कारण पुलिस मृतक डॉक्टर का अंतिम संस्कार जल्दबाजी में नहीं कर पाई। सीबीआई इस मामले में मुखर्जी से पूछताछ कर सकती है।
इस बीच, जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के साथ दूसरे दौर की वार्ता बेनतीजा रही और वे नतीजे से नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि वे अपना आंदोलन और काम बंद आंदोलन जारी रखेंगे।
डॉक्टरों ने दावा किया कि हड़ताल के 40वें दिन हुई वार्ता गतिरोध को हल करने में विफल रही, क्योंकि राज्य सरकार ने वार्ता के लिखित विवरण सौंपने से इनकार कर दिया। डॉक्टरों ने कहा कि हालांकि सरकार ने कई बिंदुओं पर उनसे सहमति जताई और मौखिक आश्वासन दिया, लेकिन कई बार अनुरोध करने के बावजूद उन्हें बैठक के विवरण नहीं दिए गए। हालांकि सरकार ने बाद में बैठक के हस्ताक्षर रहित मिनट जारी किए।
पश्चिम बंगाल सरकार ने बुधवार को आरजी कर बलात्कार-हत्या की घटना को लेकर आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों को राज्य सचिवालय में शाम 6.30 बजे बैठक के लिए आमंत्रित किया था, जो कि वार्ता के नए दौर के उनके अनुरोध पर प्रतिक्रिया थी। सोमवार को बनर्जी ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था, लेकिन बुधवार को बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव मनोज पंत ने की।