चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म का नौ दिवसीय अत्यंत पवित्र पर्व है, जो पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व मां दुर्गा के पृथ्वी पर आगमन की खुशी में मनाया जाता है, और हर वर्ष यह दो बार मनाया जाता है – एक मार्च-अप्रैल में और दूसरा सितंबर-अक्टूबर में। मार्च-अप्रैल में मनाया जाने वाला नवरात्रि चैत्र नवरात्रि कहलाता है, जबकि सितंबर-अक्टूबर में मनाया जाने वाला नवरात्रि शरद नवरात्रि होता है।
इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल तक मनाई जाएगी। इस बार यह पर्व आठ दिन ही मनाया जाएगा, क्योंकि द्वितीया और तृतीया तिथि एक ही दिन 31 मार्च को पड़ रही है। इसके बाद 6 अप्रैल को राम नवमी के दिन राम जी की जयंती मनाई जाएगी, जो चैत्र नवरात्रि का नवमी तिथि होता है।
चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के आगमन का वाहन उस दिन के आधार पर तय होता है, जिस दिन नवरात्रि शुरू होती है। अगर नवरात्रि रविवार या सोमवार को शुरू होती है, तो मां दुर्गा हाथी पर आती हैं, मंगलवार या शनिवार को घोड़े पर, और गुरुवार या शुक्रवार को पालकी पर। यदि नवरात्रि बुधवार को शुरू होती है, तो मां दुर्गा नाव पर आती हैं।
इस वर्ष नवरात्रि रविवार से शुरू हो रही है, जिसका मतलब है कि मां दुर्गा हाथी पर आएंगी। हाथी पर आगमन का संकेत है कि आने वाले समय में सुख-समृद्धि, अच्छी बारिश और बंपर फसल का आशीर्वाद मिलेगा। यह समय शुभ और समृद्धि के संकेत के रूप में देखा जाता है।