
भावनगर (गुजरात): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के भावनगर में ‘समुद्र से समृद्धि’ (Samudra Se Samriddhi) पहल का भव्य शुभारंभ करते हुए देश को समुद्री विकास के माध्यम से आर्थिक समृद्धि की नई राह पर आगे बढ़ाने का संकल्प दोहराया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने भारत के बंदरगाहों को देश की वैश्विक समुद्री शक्ति की रीढ़ बताते हुए कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ भावनगर के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक राष्ट्रव्यापी दृष्टिकोण को दर्शाता है।
“चिप्स हों या शिप्स, हमें भारत में ही बनाना होगा” – पीएम मोदी
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा,
“भारत के पास आत्मनिर्भर बनने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। चाहे चिप्स हों या शिप्स, हमें उन्हें भारत में ही बनाना होगा।”
उन्होंने बंदरगाहों को और अधिक सक्षम बनाने के लिए आगामी सुधारों की घोषणा की, जिनमें शामिल हैं:
- वन नेशन, वन डॉक्युमेंट
- वन नेशन, वन पोर्ट प्रोसेस
ये सुधार व्यापार को सुगम और कुशल बनाने के उद्देश्य से लाए जा रहे हैं।
नवरात्रि और जीएसटी राहत के साथ जश्न का माहौल
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम को नवरात्रि के उत्सव और जीएसटी कटौती के कारण बाजारों में आई तेजी से जोड़ते हुए इसे समुद्री क्षेत्र की प्रगति का उत्सव बताया।
आत्मनिर्भर भारत के लिए विदेशी निर्भरता खत्म करनी होगी: मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी चुनौती उसकी विदेशों पर निर्भरता है। उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल को निशाने पर लेते हुए कहा कि:
“लाइसेंस राज, वैश्विक बाज़ारों से अलगाव और भ्रष्टाचार ने देश की आर्थिक संभावनाओं को कुचल दिया। अब हमें एकजुट होकर आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ना होगा।”
₹34,200 करोड़ की परियोजनाएं, गुजरात को मिला सबसे बड़ा हिस्सा
‘समुद्र से समृद्धि’ पहल के अंतर्गत पीएम मोदी ने ₹34,200 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इनमें से ₹26,354 करोड़ की परियोजनाएं गुजरात में हैं। प्रमुख परियोजनाएं:
- मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल (इंदिरा डॉक)
- कोलकाता के स्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट पर कंटेनर टर्मिनल
- ओडिशा के पारादीप और गुजरात के टुना टेकरा में मल्टी-कार्गो टर्मिनल
- चेन्नई और कार निकोबार में तटीय सुरक्षा कार्य
- भावनगर और जामनगर में अस्पताल विस्तार
- गुजरात में 70 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण
नए कानून और नीतिगत सुधार
कार्यक्रम में ‘कोस्टल शिपिंग एक्ट 2025’ और ‘इंडियन पोर्ट्स एक्ट 2025’ जैसे महत्वपूर्ण विधायी सुधारों की भी घोषणा की गई। इनका उद्देश्य है:
- बंदरगाह प्रबंधन को सरल बनाना
- निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देना
- व्यापार में पारदर्शिता और दक्षता लाना
वैश्विक निवेश और भारत मेरीटाइम वीक 2025 की तैयारी
‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम, आगामी इंडिया मेरीटाइम वीक 2025 की भूमिका भी है। पीएम मोदी ने धोलेरा स्पेशल इनवेस्टमेंट रीजन का हवाई सर्वेक्षण भी किया, जो स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और टिकाऊ औद्योगीकरण की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
समाप्ति पर प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के अंत में कहा:
“भारत को एक वैश्विक समुद्री शक्ति बनना है और इसके लिए तटवर्ती ताकत को आर्थिक ताकत में बदलना ही होगा। समंदर अब सिर्फ सीमाएं नहीं जोड़ेंगे, वे भारत के भविष्य को संवारेंगे।”












