Indian Railway की महिला ने उड़ाई धज्जियां, देरी से नाराज महिला यात्री का सवाल बना वायरल, “सुरक्षा का जिम्मेदारा कौन होगा”

Indian Railway की महिला ने उड़ाई धज्जियां, देरी से नाराज महिला यात्री का सवाल बना वायरल,
Indian Railway की महिला ने उड़ाई धज्जियां, देरी से नाराज महिला यात्री का सवाल बना वायरल, "सुरक्षा का जिम्मेदारा कौन होगा"

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे की एक महिला यात्री द्वारा की गई शिकायत सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और इस पर तीखी प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है। मामला ट्रेन नंबर 12524 से जुड़ा है, जो नियत समय से लगभग 9 घंटे देरी से नई जलपाईगुड़ी पहुंची। महिला यात्री ने भारतीय रेलवे, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और IRCTC को अपने सुरक्षा व सुविधा संबंधी सवाल के साथ टैग किया और पूछा कि इतनी देर रात को उनकी सुरक्षा और सुविधा की जिम्मेदारी कौन लेगा।

महिला यात्री ने X प्लेटफॉर्म पर लिखा, “एक महिला यात्री होने के नाते मैं यह पूछना चाहती हूं कि इतनी असामयिक स्थिति में मेरी सुरक्षा और सुविधा के लिए कौन जिम्मेदार होगा?” इस सवाल ने सामाजिक और राजनीतिक मंचों पर गहरी हलचल मचा दी।

एक यूजर ने भारत और जापान की सेवा स्तर में अंतर को लेकर लिखा, “मैंने कहा था, जापान में 45 सेकेंड की देरी पर पूरी रकम वापस मिल जाती है, भारत कभी विकसित देश नहीं बन सकता।” वहीं दूसरे यूजर ने टिकट रद्दीकरण, अग्रिम भुगतान और रेलवे कर्मियों की जवाबदेही पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “टिकट कैंसिल किया तो जुर्माना लगता है, अग्रिम भुगतान महीनों पहले कर लिया जाता है पर ब्याज नहीं मिलता। ट्रेन देर या कैंसिल हुई तो कोई रेलवे स्टाफ जिम्मेदार नहीं ठहराया जाता।”

आलोचना और भी तेज हुई और कई लोगों ने इसे सिस्टम की उदासीनता करार दिया। एक कमेंट में लिखा गया, “सिर्फ जनता को परेशान किया जाता है, मंत्री और अधिकारी मनमानी करते हैं। यह डेमोक्रेसी नहीं, डेमोक्रेजी है।” इस टिप्पणी में सुप्रीम कोर्ट से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक के टैग के साथ नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए संवैधानिक सुधारों की मांग भी की गई।

इस पोस्ट को अब तक सैकड़ों लोग रीट्वीट कर चुके हैं और वे सभी रेलवे व्यवस्था में सुधार, मुआवजा, और स्पष्ट जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। इस पूरे मामले ने भारतीय रेलवे की सेवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा व्यवस्था, और जवाबदेही को लेकर व्यापक बहस छेड़ दी है।

Pushpesh Rai
एक विचारशील लेखक, जो समाज की नब्ज को समझता है और उसी के आधार पर शब्दों को पंख देता है। लिखता है वो, केवल किताबों तक ही नहीं, बल्कि इंसानों की कहानियों, उनकी संघर्षों और उनकी उम्मीदों को भी। पढ़ना उसका जुनून है, क्योंकि उसे सिर्फ शब्दों का संसार ही नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगियों का हर पहलू भी समझने की इच्छा है।