नई दिल्ली: वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान शुक्रवार को संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में भारी हंगामा हुआ। सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक और अव्यवस्था के कारण मार्शलों को हस्तक्षेप करना पड़ा। हालात इतने बिगड़ गए कि 10 विपक्षी सांसदों को आज की बैठक से निलंबित कर दिया गया।
हंगामे का कारण
बैठक के दौरान वक्फ बिल से संबंधित मुद्दों पर तीखी बहस शुरू हुई, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। विपक्षी सांसदों ने बिल पर आपत्ति जताई और सत्ताधारी पक्ष पर उनके विचारों को दबाने का आरोप लगाया। इसके जवाब में सत्ताधारी दल के सदस्यों ने भी जोरदार प्रतिक्रिया दी, जिससे स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।
निलंबित सांसदों की सूची
आज की बैठक से निलंबित किए गए सांसदों में कई प्रमुख नेता शामिल हैं:
- असदुद्दीन ओवैसी (एआईएमआईएम)
- कल्याण बनर्जी (तृणमूल कांग्रेस)
- नदीमुल हक (तृणमूल कांग्रेस)
- मोहिब्बुल्लाह नदवी (समाजवादी पार्टी)
- सैयद नसीर हुसैन (कांग्रेस)
- इमरान मसूद (कांग्रेस)
- मोहम्मद जावेद (कांग्रेस)
- अरविंद गणपत सावंत (शिवसेना-यूबीटी)
- ए राजा (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम)
- एमएम अब्दुल्ला (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम)
विपक्ष की नाराज़गी
सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने निलंबन को “लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कदम विपक्ष की आवाज़ को दबाने का प्रयास है। वहीं, अन्य विपक्षी नेताओं ने भी इस फैसले की आलोचना करते हुए इसे असंवैधानिक बताया।
जेपीसी की यह घटना न केवल वक्फ बिल पर चर्चा को प्रभावित करती है, बल्कि संसद में विचार-विमर्श के स्तर पर भी सवाल उठाती है।