नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भारत में बढ़ती मोटापे की समस्या पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 2022 में दुनियाभर में करीब 250 करोड़ लोग अधिक वजन या मोटापे के शिकार थे।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ये आंकड़े बहुत गंभीर हैं और हमें सोचने पर मजबूर करते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है। अधिक वजन या मोटापा कई तरह की समस्याओं और बीमारियों को जन्म देता है।”
स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने की अपील
मोदी ने कम तेल के उपयोग और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह केवल व्यक्तिगत पसंद की बात नहीं, बल्कि अपने परिवार और समाज के प्रति जिम्मेदारी भी है।
10 प्रमुख हस्तियों को नामित किया
देश में मोटापे के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों की 10 प्रमुख हस्तियों को नामित किया। उन्होंने इन लोगों से आग्रह किया कि वे भी 10 अन्य लोगों को नामांकित करें ताकि यह अभियान और बड़ा हो सके।
प्रधानमंत्री ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “जैसा कि मैंने कल #MannKiBaat में उल्लेख किया था, मैं निम्नलिखित लोगों को मोटापे के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने और भोजन में तेल की खपत कम करने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए नामित करना चाहता हूं।”
नामित हस्तियां:
- सुधा मूर्ति – इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरपर्सन, लेखिका और राज्यसभा सांसद
- नंदन नीलेकणी – इंफोसिस के सह-संस्थापक, पूर्व यूआईडीएआई अध्यक्ष
- आनंद महिंद्रा – महिंद्रा ग्रुप के अध्यक्ष
- उमर अब्दुल्ला – जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री
- मनु भाकर – ओलंपिक विजेता निशानेबाज
- मीराबाई चानू – ओलंपिक विजेता भारोत्तोलक
- मोहनलाल – प्रसिद्ध अभिनेता और निर्माता
- आर. माधवन – अभिनेता
- श्रेया घोषाल – मशहूर गायिका
- निरहुआ हिंदुस्तानी – अभिनेता और भाजपा सांसद
बच्चों में तेजी से बढ़ रही मोटापे की समस्या
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि हर 8 में से 1 व्यक्ति मोटापे का शिकार है और यह समस्या बच्चों में चार गुना बढ़ गई है। उन्होंने कहा, “अगर हमें एक फिट और स्वस्थ राष्ट्र बनाना है, तो हमें मोटापे की समस्या से निपटना होगा।”
इस दौरान ओलंपियन नीरज चोपड़ा और बॉक्सिंग चैंपियन निखत ज़रीन भी प्रधानमंत्री के साथ इस अभियान का हिस्सा बने।
भारत में मोटापे की चिंताजनक स्थिति
लांसेट (Lancet) में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, भारत की 70% शहरी और ग्रामीण आबादी मोटापे या अधिक वजन की श्रेणी में आती है। इसके साथ ही भारत अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में तीसरे स्थान पर है, जहां सबसे ज्यादा लोग मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह अभियान भारत में फिटनेस और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। मोटापे की समस्या को गंभीरता से लेते हुए सरकार और नागरिकों को मिलकर इस पर ध्यान देने की जरूरत है।