नई दिल्ली: 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अमेरिका में योग की भव्य और ऊर्जा से भरपूर प्रस्तुतियां देखने को मिलीं। न्यूयॉर्क स्थित भारत के वाणिज्य दूतावास (CGI), टाउन ऑफ ग्रीनबर्ग और इंडियन कल्चरल एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (ICANA) के सहयोग से वेस्टचेस्टर में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और योग की सार्वभौमिक अपील और इसके संदेश—’सामंजस्य और स्वास्थ्य’—को सराहा।
टाइम्स स्क्वायर बना ‘योग स्थल’
न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर, जिसे दुनिया का सबसे व्यस्त और प्रतिष्ठित स्थल माना जाता है, वहां भी एक विशेष योग सत्र का आयोजन किया गया। भारत के वाणिज्य दूतावास ने @TimesSquareNYC के सहयोग से यह आयोजन किया।
CGI न्यूयॉर्क ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा,
“CGI New York, in collaboration with @TimesSquareNYC, hosted a vibrant Yoga Session at the iconic Crossroads of the World – Times Square! #YogaforOneEarthOneHealth.”
यह आयोजन एकता, स्वास्थ्य और वैश्विक कल्याण के संदेश को दोहराने वाला रहा।
वॉशिंगटन डीसी में लिंकन मेमोरियल पर योग
न्यूयॉर्क के अलावा, वॉशिंगटन डीसी में स्थित ऐतिहासिक लिंकन मेमोरियल पर भी योग दिवस की पूर्व संध्या पर एक विशेष सत्र का आयोजन भारतीय दूतावास द्वारा किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी और अमेरिकी नागरिक शामिल हुए।
राजदूत विनय मोहन क्वात्रा का संबोधन
इस अवसर पर अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा:
“हम यहां 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। यह भारत की प्राचीन सभ्यता की एक महान विरासत—योग—का उत्सव है। यहां हमारे साथ बड़ी संख्या में भारतीय मूल के परिवार और अमेरिकी नागरिक भी मौजूद हैं। यह हमारे लिए एक अद्भुत अनुभव है।”
उन्होंने सभी को इस आयोजन में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया और भारत के इस सांस्कृतिक उपहार को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने पर प्रसन्नता जताई।
योग का वैश्विक संदेश
इन कार्यक्रमों ने यह स्पष्ट कर दिया कि योग अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक जीवनशैली और स्वास्थ्य दर्शन बन चुका है। अमेरिका के विभिन्न शहरों में हुए आयोजनों ने योग के ज़रिए ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य’ की भावना को मजबूती से प्रस्तुत किया।
न्यूयॉर्क से लेकर वॉशिंगटन तक, भारत की योग परंपरा ने अमेरिका में एक बार फिर अपनी छाप छोड़ी। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के इन समारोहों ने न केवल भारत की सांस्कृतिक विरासत को सम्मान दिलाया, बल्कि पूरी दुनिया को स्वास्थ्य, संतुलन और मानसिक शांति का संदेश भी दिया।