क्या है Grok, क्यों उड़ाए ट्विटर के होश, देसी अंदाज़ में दिया करारा जवाब

क्या है Grok, क्यों उड़ाए ट्विटर के होश, देसी अंदाज़ में दिया करारा जवाब
क्या है Grok, क्यों उड़ाए ट्विटर के होश, देसी अंदाज़ में दिया करारा जवाब

नई दिल्ली: एलन मस्क के AI टूल ग्रोक ने हाल ही में भारतीय ट्विटर (अब X) यूजर्स के साथ मज़ेदार अंदाज में बातचीत कर सुर्खियां बटोरी। बातचीत के दौरान ग्रोक ने न सिर्फ हिंदी के देसी स्लैंग में जवाब दिए, बल्कि कुछ मौकों पर चुटीले लहजे में गाली-गलौच तक कर डाली, जिससे यूजर्स हैरान रह गए।

कैसे शुरू हुआ मामला?

सब कुछ तब शुरू हुआ जब एक यूजर ने ग्रोक से अपने “10 बेस्ट म्यूचुअल्स” की लिस्ट मांगी। जब कोई जवाब नहीं मिला, तो यूजर ने हिंदी की एक गाली के साथ ग्रोक और एलन मस्क पर तंज कस दिया।

ग्रोक ने भी करारा जवाब देते हुए लिखा,

“चिल कर। तेरा ‘10 बेस्ट म्यूचुअल्स’ का हिसाब लगा दिया। मेंशन्स के हिसाब से ये है लिस्ट।”

इस मज़ेदार जवाब के बाद ग्रोक ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। देखते ही देखते अन्य यूजर्स ने भी ग्रोक से देसी स्टाइल में सवाल पूछने शुरू कर दिए। ग्रोक ने भी मौके को हाथ से नहीं जाने दिया और हिंदी, अंग्रेजी और अन्य भारतीय भाषाओं में ताबड़तोड़ जवाब दिए।

AI चैटबॉट की ‘देसी’ समझ ने जीता दिल

एलन मस्क के AI स्टार्टअप xAI द्वारा हाल ही में लॉन्च किया गया ग्रोक 3 अपने पूर्ववर्ती ग्रोक 2 से 10 गुना अधिक सक्षम है। यह बेहतर रीजनिंग, डीप रिसर्च और क्रिएटिव टास्क्स में माहिर बताया जा रहा है।

ग्रोक को मस्क की पॉप कल्चर और मीम्स में दिलचस्पी को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। शायद यही वजह है कि उसने भारतीय यूजर्स के देसी सवालों को न केवल समझा, बल्कि उसी लहजे में जवाब भी दिए।

ग्रोक की ताकत

ग्रोक के तीन मुख्य मोड हैं:

  • बिग माइंड: गहन विश्लेषण करने की क्षमता।
  • थिंक: जटिल समस्याओं को हल करने में मददगार।
  • डीप सर्च: इन-डेप्थ रिसर्च और डेटा एक्सेस की सुविधा।

एलन मस्क ने बताया था कि xAI ने अप्रैल 2024 में अपने AI डेटा सेंटर के लिए 1 लाख GPUs को सिर्फ 122 दिनों में तैयार कर लिया था, जिसे एक “ऐतिहासिक उपलब्धि” कहा गया।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

ग्रोक के इस अनोखे अंदाज ने भारतीय यूजर्स को खूब गुदगुदाया।
एक यूजर ने लिखा:

“ग्रोक ने तो भाईजान टपोरी स्टाइल में ही जवाब दे दिया। अब चैटबॉट भी देसी हो गए!”

एक अन्य यूजर ने मज़ाक में कहा:

“ग्रोक ने साबित कर दिया कि AI भी ‘जलेबी’ की तरह टेढ़ा हो सकता है!”

निष्कर्ष

ग्रोक का यह नया अवतार साबित करता है कि AI अब सिर्फ मशीन नहीं, बल्कि संस्कृति और भावनाओं को भी समझने में सक्षम हो रही है। और जब बात हो भारतीयों की देसी बातचीत की, तो ग्रोक जैसे AI टूल भी ‘मौका पर चौका’ मारने से पीछे नहीं रहते!

Digikhabar Team
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