पुणे: महाराष्ट्र कांग्रेस को मंगलवार को एक और बड़ा झटका तब लगा जब भोर से तीन बार के विधायक रह चुके संग्राम थोपटे भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। उन्होंने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले और कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण भी मौजूद रहे।
संग्राम थोपटे ने पिछले सप्ताह कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। पार्टी नेतृत्व से नाराजगी और उपेक्षा के चलते उन्होंने यह कदम उठाया। बीजेपी में शामिल होने के दौरान उन्होंने कहा, “मैं एक कट्टर कांग्रेसी था। मैंने पार्टी और महा विकास अघाड़ी के लिए काम किया, लेकिन मेरी निष्ठा और मेहनत को कभी मान्यता नहीं मिली। मेरे पिता और मैंने पार्टी के लिए जमीनी स्तर पर संघर्ष किया।”
गौरतलब है कि संग्राम थोपटे के पिता, स्वर्गीय आनंदराव थोपटे, भोर से छह बार कांग्रेस विधायक रह चुके थे और एनसीपी (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार के प्रमुख राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी माने जाते थे। भोर सीट पर दशकों तक कांग्रेस का दबदबा रहा, जहां बीजेपी को अब तक प्रवेश का अवसर नहीं मिला था।
थोपटे ने कहा, “मैं कई वर्षों से देवेंद्र फडणवीस को जानता हूं, लेकिन कभी उस संबंध का राजनीतिक लाभ नहीं लिया। आज बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री फडणवीस के नेतृत्व में काम कर रही है, इसलिए मैंने इसमें शामिल होने का निर्णय लिया।”
बीजेपी इस घटनाक्रम को पुणे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम मान रही है। एक बीजेपी नेता ने कहा, “संग्राम थोपटे का बीजेपी में आना पुणे जिले के ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस और एनसीपी के प्रभाव को चुनौती देगा।”
हालांकि थोपटे 2024 के विधानसभा चुनाव में एनसीपी के शंकर मंडेकर से हार गए थे, लेकिन क्षेत्र में उनका व्यक्तिगत प्रभाव अब भी कायम है। उनके इस कदम से कांग्रेस की पहले से ही कमजोर हो रही स्थिति को और झटका लगने की संभावना है। यह घटनाक्रम आगामी विधानसभा चुनावों में राजनीतिक समीकरणों को भी बदल सकता है।