दशहरे पर रिलीज़ हुईं ”Kantara A Legend: Chapter 1′ और ‘Sunny Sanskari Ki Tulsi Kumari’, पहले दिन की कमाई में ‘Kantara’ ने मारी बाज़ी

दशहरे पर रिलीज़ हुईं ''Kantara A Legend: Chapter 1' और 'Sunny Sanskari Ki Tulsi Kumari', पहले दिन की कमाई में 'Kantara' ने मारी बाज़ी
दशहरे पर रिलीज़ हुईं ''Kantara A Legend: Chapter 1' और 'Sunny Sanskari Ki Tulsi Kumari', पहले दिन की कमाई में 'Kantara' ने मारी बाज़ी

नई दिल्ली: 2 अक्टूबर 2025, जो इस साल गांधी जयंती और दशहरे के त्योहार के साथ आया, सिनेमा प्रेमियों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं रहा। इस दिन दो बड़ी बजट की बहुप्रतीक्षित फिल्में ऋषभ शेट्टी की ‘कांतारा अ लीजेंड: चैप्टर 1’ और वरुण धवन की ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ हुईं।

जहां दोनों फिल्मों की ओपनिंग अच्छी रही, वहीं पहले ही दिन ‘कांतारा अ लीजेंड: चैप्टर 1’ ने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ को पीछे छोड़ दिया।

‘कांतारा अ लीजेंड: चैप्टर 1’ बनाम ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ – पहले दिन की कमाई

‘कांतारा’ की यह प्रीक्वल फिल्म, जो 2022 में आई ब्लॉकबस्टर ‘कांतारा’ का अगला अध्याय है, ने अपने ओपनिंग डे पर ₹60 करोड़ की जबरदस्त कमाई की। फिल्म को कन्नड़, हिंदी, तेलुगु, तमिल, मलयालम, बांग्ला और अंग्रेज़ी सहित कई भाषाओं में रिलीज़ किया गया था।

₹125 करोड़ की भारी भरकम लागत से बनी इस फिल्म को दर्शकों और समीक्षकों से जबरदस्त प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। ऋषभ शेट्टी न केवल फिल्म के मुख्य अभिनेता हैं, बल्कि उन्होंने इसका निर्देशन भी किया है। फिल्म में रुक्मिणी वसंथ, गुलशन देवैया और जयराम अहम भूमिकाओं में नजर आए हैं।

वहीं दूसरी ओर, शशांक खेतान निर्देशित रोमांटिक ड्रामा ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ ने पहले दिन ₹9.25 करोड़ की कमाई की। इस फिल्म में वरुण धवन और जाह्नवी कपूर मुख्य भूमिका में हैं, जबकि सान्या मल्होत्रा और रोहित सराफ ने सहायक भूमिकाएं निभाई हैं।

फिल्म की हिंदी ऑक्यूपेंसी 2 अक्टूबर को कुल मिलाकर 34.08% रही, जिसमें सबसे अधिक 38.95% दर्शक रात के शो में देखने को मिले।

कुल मिलाकर, दशहरे के मौके पर रिलीज़ हुई ये दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर उत्साहजनक शुरुआत करने में सफल रहीं, लेकिन ‘कांतारा अ लीजेंड: चैप्टर 1’ की ऐतिहासिक ओपनिंग ने साफ कर दिया है कि दर्शकों का रुझान इस बार पौराणिकता, रहस्य और प्रकृति की शक्ति को दिखाने वाली कहानी की ओर ज्यादा है।

Pushpesh Rai
एक विचारशील लेखक, जो समाज की नब्ज को समझता है और उसी के आधार पर शब्दों को पंख देता है। लिखता है वो, केवल किताबों तक ही नहीं, बल्कि इंसानों की कहानियों, उनकी संघर्षों और उनकी उम्मीदों को भी। पढ़ना उसका जुनून है, क्योंकि उसे सिर्फ शब्दों का संसार ही नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगियों का हर पहलू भी समझने की इच्छा है।