नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 11 जुलाई 2025 को बाजार ने कमजोरी के साथ शुरुआत की और दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद अंततः गिरावट के साथ बंद हुआ। यह लगातार तीसरा दिन रहा जब बाजार लाल निशान में बंद हुआ है।
सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तेज गिरावट
बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 689.81 अंक (0.83%) की गिरावट के साथ 82,500.47 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स 205.40 अंक (0.81%) टूटकर 25,149.85 अंक पर आ गया। बाजार में गिरावट का असर व्यापक रूप से नजर आया, और अधिकांश ब्लू-चिप शेयरों में बिकवाली देखने को मिली।
सिर्फ कुछ ही शेयर हरे निशान में
सेंसेक्स की 30 में से केवल 6 कंपनियों के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई, जबकि 23 कंपनियां नुकसान के साथ बंद हुईं। अल्ट्राटेक सीमेंट का शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुआ। निफ्टी 50 में भी हालात कुछ ऐसे ही रहे, जहां केवल 11 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए और 39 शेयर लाल निशान में रहे।
टीसीएस में सबसे बड़ी गिरावट, हिंदुस्तान यूनिलीवर टॉप गेनर
शुक्रवार को हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर में सबसे ज्यादा 4.65% की तेजी देखी गई और यह टॉप गेनर रहा। दूसरी ओर, टीसीएस का शेयर 3.46% की गिरावट के साथ सबसे बड़ा लूज़र रहा।
हरे निशान में बंद होने वाले प्रमुख शेयर
सेंसेक्स की जिन कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, उनमें शामिल हैं:
- एक्सिस बैंक – 0.79%
- सन फार्मा – 0.56%
- एनटीपीसी – 0.37%
- एटरनल – 0.19%
- एसबीआई – 0.06%
- आईटीसी – 0.04%
इन दिग्गजों में बड़ी गिरावट
नीचे सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों में notable गिरावट दर्ज की गई:
- महिंद्रा एंड महिंद्रा – 2.75%
- भारती एयरटेल – 2.20%
- टाटा मोटर्स – 2.00%
- टाइटन – 1.73%
- एचसीएल टेक – 1.58%
- रिलायंस इंडस्ट्रीज – 1.47%
- बजाज फाइनेंस – 1.46%
- ट्रेंट – 1.40%
- इंफोसिस – 1.35%
- एचडीएफसी बैंक – 1.14%
- बजाज फिनसर्व – 1.11%
- बीईएल – 1.03%
- एलएंडटी – 0.95%
- अडाणी पोर्ट्स – 0.81%
- टाटा स्टील – 0.50%
- मारुति सुजुकी – 0.47%
- एशियन पेंट्स – 0.46%
- पावरग्रिड – 0.18%
- टेक महिंद्रा – 0.18%
- कोटक महिंद्रा बैंक – 0.17%
- आईसीआईसीआई बैंक – 0.16%
निवेशकों की नजर अगले हफ्ते की दिशा पर
विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली, वैश्विक संकेतों की कमजोरी और घरेलू संस्थागत निवेशकों की सतर्कता का असर बाजार पर देखने को मिल रहा है। निवेशकों की नजर अब आगामी सप्ताह की आर्थिक गतिविधियों और कंपनियों के तिमाही नतीजों पर टिकी हुई है, जो बाजार की दिशा तय करेंगे।