Rishab Rikhiram Sharma: कौन है पंडित रविशंकर का शिष्य ऋषभ रिखीराम शर्मा जिसने अपने सितार से जीता पूरे विश्व का दिल

Rishab Rikhiram Sharma: कौन है पंडित रविशंकर का शिष्य ऋषभ रिखीराम शर्मा जिसने अपने सितार से जीता पूरे विश्व का दिल
Rishab Rikhiram Sharma: कौन है पंडित रविशंकर का शिष्य ऋषभ रिखीराम शर्मा जिसने अपने सितार से जीता पूरे विश्व का दिल

भारतीय शास्त्रीय संगीत के एक युवा सितारे, ऋषभ रिखीराम शर्मा, महज 25 साल की उम्र में न केवल सितार के माध्यम से अपनी पहचान बना चुके हैं, बल्कि उन्होंने अपनी कला को एक नए आयाम में भी प्रस्तुत किया है। वह एक ऐसे संगीतकार हैं जिन्होंने संगीत के चिकित्सीय पहलू को महत्व दिया और मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी अपनी भूमिका निभाई।

बचपन से संगीत की ओर रुझान

ऋषभ का जन्म एक संगीत वाद्ययंत्र बनाने वाले परिवार में हुआ था, जो संगीत की गहरी समझ और परंपरा से जुड़ा हुआ था। उनका परिवार रिखी राम म्यूज़िकल कंपनी का हिस्सा है, जो दिल्ली में स्थित एक विरासत वाली दुकान है। इस दुकान की स्थापना उनके दादा, स्वर्गीय रिखी राम शर्मा ने की थी, और यह भारतीय संगीत जगत के महान व्यक्तित्वों के संरक्षण का केंद्र बन चुका है। इस माहौल में पले-बढ़े ऋषभ का जीवन बचपन से ही संगीत से घिरा हुआ था।

सितार से परिचय और गुरु की पहचान

ऋषभ का संगीत में गहरा रुझान तब हुआ जब उनके पिता संजय रिखीराम शर्मा ने उन्हें 10 साल की उम्र में सितार से परिचित कराया। सितार के प्रति उनका लगाव इतना गहरा था कि उन्होंने खुद को पूरी तरह से संगीत में डुबो लिया। 2011 में, दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में एक किशोर के रूप में उनका मंच पर पदार्पण हुआ, जिसने भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान सितार वादक पंडित रविशंकर का ध्यान आकर्षित किया। पंडित रविशंकर, जो भारतीय शास्त्रीय संगीत के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अग्रणी हस्ताक्षर थे, उन्होंने बाद में ऋषभ को अपना शिष्य स्वीकार किया। उनके मिलने से ऋषभ की कला में एक नई दिशा मिली और वह सितार वादन में अपनी पहचान बनाने में सफल रहे।

अंतरराष्ट्रीय पहचान और व्हाइट हाउस में प्रदर्शन

ऋषभ ने अपनी संगीत यात्रा को न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैलाया है। 2022 में, उन्होंने व्हाइट हाउस में दिवाली कार्यक्रम में एकल प्रदर्शन किया, और इस कार्यक्रम की मेज़बानी राष्ट्रपति जो बाइडेन, पहली महिला जिल बाइडेन, और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने की। यह एक ऐतिहासिक क्षण था, क्योंकि वह व्हाइट हाउस में प्रदर्शन करने वाले पहले सितार वादक बने थे।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए सितार: एक अभिनव पहल

ऋषभ ने संगीत को केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं समझा, बल्कि उन्होंने इसे मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक उपचारात्मक उपाय के रूप में पेश किया। “मानसिक स्वास्थ्य के लिए सितार” Sitar for Mental Health नामक उनकी परियोजना, जिसकी स्थापना उन्होंने 2020 में की थी, मानसिक स्वास्थ्य के लाभ के लिए सितार का उपयोग करती है। उनके प्रदर्शनों के माध्यम से, वह यह सिद्ध करते हैं कि संगीत मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

ऋषभ ने भारत, अमेरिका, कनाडा और दक्षिण अमेरिका में इस पहल का प्रचार किया। उनके संगीत के साथ-साथ, वह मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा करने के लिए विभिन्न विशेषज्ञों के साथ काम करते हैं। उनके प्रदर्शनों ने ह्यूस्टन के NRG स्टेडियम में 60,000 से अधिक लाइव दर्शकों को आकर्षित किया है और उनके काम को दुनिया भर में 500 मिलियन से अधिक दर्शकों ने देखा है।

सोशल मीडिया से बने स्टार से सुपरस्टार

ऋषभ की लोकप्रियता केवल मंच तक सीमित नहीं है; उनका संगीत सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त प्रभाव डाल रहा है। वह इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफार्मों पर सक्रिय रहते हैं, जहां वह साप्ताहिक लाइव सत्रों के माध्यम से लाखों लोगों से जुड़ते हैं। उनके संगीत को न केवल उनके प्रशंसक पसंद करते हैं, बल्कि वह मानसिक स्वास्थ्य के बारे में भी सक्रिय रूप से चर्चा करते हैं। ऋषभ चिंता और अवसाद Depression जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में खुलकर बात करते हैं और अपने अनुभवों को साझा करते हैं।

Sitar for Mental Health

ऋषभ का एक बड़ा योगदान यह है कि वह मानसिक स्वास्थ्य के लिए सितार का उपयोग करते हुए संगीत चिकित्सा प्रदान करते हैं। वह अपनी कला के माध्यम से लोगों को मानसिक शांति और राहत देने का काम कर रहे हैं। वह समग्र मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम करते हैं और उनके लाइव सत्रों से लाखों लोग लाभान्वित हो रहे हैं।

भारत दौरा और आगामी योजनाएँ

ऋषभ का जल्द ही भारत में टूर होने वाला है जैसे की वो अपने इंस्टाग्राम पर लगातार बता रहे हैं।

निष्कर्ष

ऋषभ रिखीराम शर्मा न केवल एक अद्वितीय सितार वादक हैं, बल्कि वह संगीत के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के लिए एक नई दिशा भी दिखा रहे हैं। उनकी कला और उनकी पहल ने उन्हें संगीत प्रेमियों और मानसिक स्वास्थ्य समर्थकों के बीच एक प्रेरणा स्रोत बना दिया है। वह यह सिद्ध कर रहे हैं कि संगीत न केवल एक कला है, बल्कि यह मानसिक शांति और उपचार का एक सशक्त माध्यम भी हो सकता है। अपने संगीत के साथ-साथ वह समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं और आने वाले समय में वह और भी बड़े मंचों पर अपनी कला का जलवा बिखेरने के लिए तैयार हैं।